रिलायंस के 47.65 लाख निवेशकों को नए साल पर मिलेगी गुड न्यूज, कहां से मिलने वाली है ‘पावर’?

नई दिल्ली: देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का नया ऊर्जा कारोबार अगले साल से कंपनी की कमाई और मुनाफे में योगदान देना शुरू कर देगा। ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह बात कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताई है। कंपनी ने इस बिजनेस में ₹1.5 लाख करोड़ का निवेश किया है। कंपनी हाइड्रोजन, विंड, सोलर एनर्जी, फ्यूल सेल और बैटरी का उपयोग करके बड़े पैमाने पर चौबीसों घंटे चलने वाली रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाएं स्थापित कर रही है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के बैटरी और एनर्जी सिस्टम के प्रेसिडेंट श्रीराम रामकृष्णन ने शुक्रवार को विश्लेषकों की एक कॉल पर कहा, "हम अगले साल RERTC (राउंड-द-क्लॉक रिन्यूएबल एनर्जी) का पहला उत्पादन शुरू करके रिलायंस के रेवेन्यू और एबिटा में योगदान देना शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं।" रिलायंस ने पहले ही चार फोटोवोल्टिक मॉड्यूल लाइनें चालू कर दी हैं और पहली सेल लाइन जल्द ही चालू होने की उम्मीद है। रामकृष्णन ने आगे बताया कि कंपनी की सोलर सेल गीगाफैक्ट्रियां अगले महीने जामनगर में शुरू होंगी और उसकी पहली बैटरी फैक्ट्रियां अगले साल की शुरुआत तक चालू हो जाएंगी।

गीगा फैक्ट्रीज

कंपनी सोलर सेल को वेफर्स और पॉलीसिलिकॉन तथा इनगॉट फैक्ट्रियों में इंटिग्रेट कर रही है। रामकृष्णन ने कहा पीवी मॉड्यूल के लिए ग्लास सहित पूरी वैल्यू चेन का निर्माण हो रहा है, जो भारत की सबसे बड़ी ग्लास फैक्ट्रियों में से एक होगा। रिलायंस जामनगर में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स (DAGEC) स्थापित कर रही है। इसमें सोलर और बैटरी के लिए पांच गीगा फैक्ट्रियां शामिल हैं।कंपनी ने कहा कि उसने पहले चरण की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए सभी प्रमुख उपकरण वैश्विक स्तर पर सोर्स करके सुरक्षित कर लिए हैं। नया एनर्जी बिजनेस महत्वपूर्ण है क्योंकि कंपनी ने 2035 तक नेट-जीरो कार्बन स्थिति प्राप्त करने का टारगेट रखा है। रामकृष्णन ने कहा, "हम बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम गीगाफैक्ट्रियों से शुरुआत करेंगे। उसके बाद पैक फैक्ट्रीज आएंगी, जो इन कंटेनरीकृत एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के लिए बैटरी पैक की आपूर्ति करती हैं। फिर बैटरी सेल में को इंटिग्रेट किया जाएग।"

अब तक कितना निवेश

उन्होंने आगे कहा कि कंपनी सोलर और बैटरी में एक पूरा ईकोसिस्टम बना रही है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने हाल में एक रिपोर्ट में कहा कि न्यू एनर्जी बिजनेस के इनवेस्टमेंट में फाइनेंशियल ईयर 2025 में तेजी आई है। फाइनेंशियल ईयर 2025 में ही ₹210-220 अरब के कुल निवेश के साथ यह करीब ₹400 अरब पहुंच गया है। साथ ही कच्छ में 550,000 एकड़ के सोलर फार्म साइट पर परियोजना विकास भी लगातार आगे बढ़ रहा है।

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