इंजीनियर की हत्या के आरोपी पुलिसकर्मियों को मिली नई पहचान

भोपाल के इंजीनियर उदित गायकी की हत्या करने वाले आरोपी आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष को सेंट्रल जेल में नई पहचान मिली है। संतोष कैदी नंबर 3808 और सौरभ को कैदी नंबर 3809 के रूप में जाना जा रहा है। दोनों को एक साथ अ खंड बंदी वार्ड में रखा गया है। दोनों को सुरक्षा कारणों के चलते एक साथ रखा है। जेल जाने के बाद से ही सौरभ आर्य गुमसुम है। जबकि संतोष अब भी पुलिसिया रसूख में है।

दोनों की 13 अक्टूबर रात को जेल में आमद हुई थी। हालांकि अब तक दोनों से एक भी परिचित मिलने नहीं आया। एक अधिकारी ने उसने बातचीत की तो दोनों ने स्वयं को बेगुनाह बताया। दावा किया कि बल प्रयोग जरूर किया लेकिन कमर के निचले हिस्से में मारा था। उदित पहले ही नशे में था, उसने ही पहले बदसलूकी की थी। समझाने पर भी मौके से जाने को तैयार नहीं था। लिहाजा उसके साथ सख्ती बरतना पड़ी।

आरोपियों को चेहरा छिपाकर कोर्ट में पेश किया गया था

डीएसपी केतन अडलक के साले और सॉफ्टवेयर इंजीनियर उदित गायकी (20) को पीटने वाले दोनों पुलिस आरक्षक संतोष बामनिया और सौरभ आर्य को ठीक आठ दिन पहले जेल भेज दिया था। इससे पहले दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था। पुलिस इन्हें नकाब पहनाकर कोर्ट लाई थी और नकाब में ही वापस ले गई।

9 अक्टूबर की रात को पिपलानी थाने में पदस्थ आरक्षक संतोष बामनिया और सौरभ आर्य ने उदित की डंडे से पिटाई की थी। इसका वीडियो भी सामने आया था।

पिटाई के बाद उदित बेहोशी की हालत में पहुंच गया था। उसके दोस्त उसे एम्स लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। उदित के शरीर पर 16 जगहों पर गंभीर चोट के निशान मिले। अगले दिन 10 अक्टूबर की सुबह उदित की मौत हो गई थी। 10 अक्टूबर की दोपहर को दोनों आरक्षकों को सस्पेंड भी कर दिया था।

11 अक्टूबर को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उदित की मौत की वजह बेरहमी से पिटाई होना बताई गई। रिपोर्ट में मौत की वजह ट्रॉमा अटैक और पेनक्रियाज डैमेज बताया गया।

FIR से पिटाई की बात ही गायब

मामले में पिपलानी थाने में दर्ज एफआईआर से पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई की बात गायब है। एफआईआर के अनुसार, कॉन्स्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य ने बताया कि रात डेढ़ से दो बजे के बीच इंद्रपुरी में लाल कार संदिग्ध हालत में खड़ी थी। उसमें दो लड़के बैठे थे, एक बाहर खड़ा था। तीनों नशे में थे। पुलिस ने उन लड़कों से वहां खड़े होने का कारण पूछा, फिर वहां से जाने को कहा।

कॉन्स्टेबल संतोष बामनिया ने बताया कि कार में बैठे एक लड़के ने बदतमीजी की। बाहर खड़ा लड़का भागा, जिसके पीछे सौरभ दौड़ा। लड़का एक गाड़ी से टकराकर गिर गया। उसने गाली दी। वर्दी उतरवाने की धमकी दी।

सौरभ ने बताया कि मामला शांत करने की कोशिश में लड़के की टी-शर्ट फट गई। लड़का झगड़ा कर रहा था इसलिए हल्का बल प्रयोग किया। फिर उसे दोस्तों के हवाले कर गए। सुबह मौत की सूचना मिली।

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