यूपी बोर्ड के 10वीं-12वीं रिजल्ट की घोषणा 20 अप्रैल के आसपास होगी

प्रयागराज: यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य पूरा हो गया है. यूपी बोर्ड ने तय समय से तीन दिन पहले ही मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया. यूपी बोर्ड में 19 मार्च से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हुआ था. प्रदेश के 75 जिलों में बनाए गए 261 मूल्यांकन केंद्रों पर यह कार्य संपन्न हुआ. 5 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा किया जाना था, लेकिन उससे तीन दिन पहले ही यूपी बोर्ड ने इसे पूरा कर लिया.

कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 1 लाख 41 हजार 510 परीक्षक नियुक्त किए गए थे. कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कॉपियों का मूल्यांकन किया गया. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद हाई स्कूल की 1 करोड़ 74 लाख 68 हजार 241 और इंटरमीडिएट की 1 करोड़ 26 लाख 79 हजार 995 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी.

मूल्यांकन कार्य पूरा होने के बाद अब यूपी बोर्ड रिजल्ट तैयार करेगा. उम्मीद है कि 20 अप्रैल के आसपास यूपी बोर्ड रिजल्ट घोषित कर सकता है. 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड ने 8140 परीक्षा केंद्र बनाए थे. यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 के बीच आयोजित की गई थीं. 12 कार्य दिवसों में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं संपन्न हुईं. यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 2025 में कुल 5438597 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. हाईस्कूल में 2740151 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 2698446 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. 8140 परीक्षा केंद्रों पर 2.91 लाख से अधिक सीसीटीवी कैमरों से सतत निगरानी की गई और नकल माफिया और अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की गई. संदिग्ध गतिविधियों वाले परीक्षा केंद्रों को नोटिस जारी किए गए.

उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा और सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी गई. QR कोड, सिलाईयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं और अफवाह रोकने के लिए विशेष टीम सक्रिय की गई थी. 19 जिलों के 24 परीक्षा केंद्रों पर मानक संचालन प्रक्रिया का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किया गया था. 5 जिलों के 5 परीक्षा केंद्रों पर संदिग्ध गतिविधियां पाई गईं. 17 जिलों के 20 परीक्षा केंद्रों के CCTV बंद होने पर तत्काल कार्रवाई की गई. यूपी बोर्ड की परीक्षा में पूरे प्रदेश में कुल 30 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गए. दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़े गए 49 मुन्ना भाई यानी छद्म परीक्षार्थी पकड़े गए. परीक्षा केंद्र के बाहर उत्तर पुस्तिका लिखे जाने की दो घटनाओं पर कार्रवाई की गई. सजगता और सतर्कता से पूरे परीक्षा में कोई प्रश्न पत्रों की गलत ओपनिंग नहीं हुई. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह की अगुवाई में पहली बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित हुई हैं.

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